धूर्तता ना करके समझदारी का मार्ग चुनें
धूर्तता ना करके समझदारी का मार्ग चुनें
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ज़िन्दगी एक जंगल है, और हर कोई अपनी बारी में जानवर बन जाता है। सब लोग अपनी नाजुकता का इस्तेमाल करते हैं, दूसरे धूर्त होकर चलते हैं। परंतु हमें भोलापन ना करके समझदारी का रास्ता चुना चाहिए
जानकार बनें | भोले न रहें
अपने ज्ञान को बढ़ावा देना आपका अधिकार है। हर चीज में समझ से कार्य करना जरूरी है। विश्वसनीय स्रोतों का चुनाव करें
- निरंतर सीखते रहें
- नैतिक मूल्यों को महत्व दें
- अपनी सोच को विकसित करें
जिंदगी को अपनाएं
यह तो एक बात है कि यह जीवन बहुत ही है। हमेशा हमें नई चीजें मिलती हैं और यह सब हमें समझने में । भोलापन नहीं, समझदारी चाहिए लेकिन यह भी ज़रूरी है कि हम यह जीवन जीना सीखें की मदद से जो हमें बेहतर बनाता है .
धूर्तता नहीं, समझदारी चाहिए.
जीवन में सफलता पाने के लिए बल की ज़रूरत होती है। परंतु सबसे ज़रूरी है विवेक । चालाक होना कभी भी सही नहीं होता। आपको
कार्य में सदा निष्ठा का पालन करना चाहिए। यह बात याद रखना बेहद ज़रूरी है कि धोखा से जीत नहीं मिलती, बल्कि सहयोग से ही आप सच्ची खुशी और विजय पा सकते हैं।
नम्रता और बुद्धि की समृद्धि
एक सच्ची आत्मा में नम्रता और समझदारी का एक अद्भुत सामंजस्य देखा जाता है। नम्रता हमें दूसरों को समझने में मदद करती है, जबकि समझदारी हमें सही निर्णय लेने में मार्गदर्शन देती है। यह सामंजस्य जीवन के हर क्षेत्र में सुख-शांति लाता है। एक नम्र व्यक्ति हमेशा विकासशील होता है, जबकि एक समझदार व्यक्ति अपने कार्यों का तार्किक विश्लेषण करता है।
- यह भाईचारे को बढ़ावा देता है।
- यह संघर्षों को सुगम बनाता है।
- यह हमें सही दिशा प्रदान करता है।
नम्रता और समझदारी का सामंजस्य जीवन की विशिष्टता को दर्शाता है।
धोखे से बचें , समझदारी अपनाएँ .
यह दुनिया एक जगह है, जहां हर कोई आपसे सीखने को तैयार नहीं होता। अक्सर लोग आपको बेवजह परेशान करते हैं, इसलिए आपको समझदारी दिखानी होगी ।
अपनी राय बनाएँ और हर काम में पहले सोचें । एक बुद्धिमान व्यक्ति हमेशा मौका का विश्लेषण करता है और उचित फैसला लेता है।
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